Makhana Farming Subsidy Yojana: उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक नई खुशखबरी आई है। अब किसान खेतों में मखानों की खेती कर सकते हैं। यह एक बड़ा मौका है। मखाने को सुपर फूड कहा जाता है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकती है। असल में मखाना (Makhana) एक ऐसा उत्पाद है जिसकी खेती से किसानों को अधिक लाभ होता है।
बाकी ट्रेडिशनल फसलों की तुलना में मखाने की खेती में अधिक मुनाफा होता है। इससे किसान प्रोत्साहित हो रहे हैं। आमतौर पर मखाने की खेती तालाबों में की जाती है लेकिन अब किसान इसे समतल खेतों में भी कर रहे हैं।
मखाने की खेती की प्रक्रिया
मखाने की खेती (Makhana Farming) के लिए खेतों में कम से कम 6 से 9 इंच पानी भरना जरूरी है। किसान धान की तरह मखाने की रोपाई कर सकते हैं। कृषि वैज्ञानिकों ने इस खेती के लिए उपयोगी टिप्स दिए हैं।
जलकर और खेत प्रणाली कैसी होती है?
मखाने की खेती (Makhana Farming) दो प्रमुख प्रणालियों में होती है –
- जलकर प्रणाली: इस प्रणाली में जल भरे क्षेत्रों में मखाने की खेती की जाती है। इसमें तालाब, पोखर आदि शामिल हैं।
- खेत प्रणाली: इस प्रणाली में बारिश के पानी को चारों तरफ बांधकर खेतों में रोपाई की जाती है। यह प्रणाली भी लाभकारी है और बड़ी संख्या में किसान इसका उपयोग कर रहे हैं।
भारत में मखाने का उत्पादन
भारत मखाने के उत्पादन में सबसे आगे है। बिहार राज्य में 80 प्रतिशत मखाने का उत्पादन होता है। वहां मुख्यतः तालाबों में इसकी खेती होती है। हालांकि, अब नई विधियों के जरिए समतल खेतों में भी मखाने की खेती हो रही है जिससे उत्पादन बढ़ सकता है।
Makhana Farming में सरकार की मदद
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार Makhana Farming के लिए किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी देने जा रही है। इसके साथ ही किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। वाराणसी के 25 किसानों को प्रारंभिक रूप से मखाने की खेती के लिए चुना गया है।
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Makhana Farming में लाभ कितना होगा?
सरकार इस Makhana Farming Subsidy Yojana के माध्यम से किसानों को आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी देगी। किसानों को यह बताया जाएगा कि कैसे तालाबों की जगह खेतों में मखाने की खेती की जा सकती है। इससे उनकी पैदावार भी बढ़ेगी।
मखाने की खेती एक सुनहरा मौका है। यह किसानों के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी हो सकता है। इसके जरिए वे अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। ऐसे में Agricultores को इस दिशा में बढ़ना चाहिए। सरकार की मदद से मखाने की खेती को और भी प्रोत्साहन मिलेगा। अब किसान अपनी मेहनत से मखाने की खेती कर के अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं। यह बेहद अच्छा परिवर्तन है जो किसानों को कृषि क्षेत्र में नई दिशा देगा।