Manmohan Singh Biography in Hindi : भारत के चौबीसवें प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह एक प्रतिभाशाली अर्थशास्त्री, महान विद्वान् और विचारक थे। ये दस साल तक भारत का शासन करने वाले दूसरे प्रधानमंत्री थे, पं. जवाहर लाल नेहरु। ये पहले हिन्दू प्रधानमंत्री थे। राजनीती में आने से पहले मनमोहन जी ने सरकारी नौकरी की थी, जहाँ वे बहुत सम्मानित हुए।
बाद में उन्होंने काम छोड़कर राजनेता बनने का फैसला किया। इनके शासनकाल में भारत की अर्थव्यवस्था में भारी बदलाव हुआ। उन्हें उनके योगदान के कारण भारतीय वित्तयी का वास्तुकार कहा गया। विनम्र, नैतिक और महान नैतिक मूल्यों वाले व्यक्ति मनमोहन है। ममोहन सिंह जी को दो बार प्रधानमंत्री चुना गया क्योंकि पूरी दुनिया उनकी प्रतिभा और नेतृत्व क्षमता को जानती है। दुनिया भर में उनका काम और प्रतिभा सराहा गया।
Manmohan Singh Biography in Hindi
नाम | Manmohan Singh |
धर्म | सिख्ख |
जन्मदिन | 26 सितम्बर, 1932 |
जन्म स्थान | गाह, पाकिस्तान |
माता का नाम | अमृत कौर |
पिता का नाम | गुरुमुख सिंह |
पत्नी का नाम | गुरशरण कौर |
पुत्र | उपिन्दर
दमन अमृत |
राजनैतिक पार्टी | कांग्रेस |
मनमोहन सिंह का जन्म और बचपन
26 सितंबर 1932 को गाह (पंजाब), जो अब पाकिस्तान में है, में मनमोहन सिंह का जन्म हुआ। यह सिख्ख परिवारी में पैदा हुआ था। जब उनकी माता मर गई, तो उनकी दादी ने उनका पालन पोषण किया।
मनमोहन सिंह की शिक्षा
बच्चपन से ही मनमोहन सिंह जी का तेज दिमाग और पढ़ने का अत्यधिक रुचि थी, जिससे वे हर साल क्लास में टॉप करते थे। पाकिस्तान से भारत की आजादी के समय उनके परिवार को अमृतसर आना पड़ा। मनमोहन सिंह ने हिंदु कॉलेज में अपनी आगे की पढ़ाई की। मनमोहन सिंह ग्रेजुएशन के लिए चंड़ीगढ़ गए, जहाँ उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक किया। वे आगे की पढ़ाई के लिए कैंब्रिज और ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालयों में चले गए। वे अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत लौट आए और पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर बन गए।
मनमोहन सिंह की पत्नी और बच्चे
1958 में उन्होंने गुरुशरण कौर से शादी की, उनके तीन बेटियां हैं: उपिन्दर, अमृत और दमन। उन्होंने अपनी बेटी उपिन्दर को दिल्ली विश्वविद्यालय में इतिहास का प्रोफेसर बनाया है। अमेरिकन सिविल लिबर्टी में दूसरी बेटी अमृत काम करती है। तीसरी बेटी दमन एक घरेलू महिला है, जिन्होंने एक आईपीएस ऑफिसर से शादी की है और कई पुस्तकें लिखी हैं।
1971 में उन्होंने भारतीय नागरिक सेवा में शामिल होकर कॉमर्स मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार बन गए। उन्होंने टॉप ग्रेड ऑफिसर का सम्मान प्राप्त किया और भारत सरकार के कई विभागों में काम किया।
मनमोहन सिंह जी का करियर
1991 में मनमोहन सिंह ने सरकारी पद छोड़कर राजनीती में प्रवेश किया। वर्तमान प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव ने मनमोहन सिंह को अपने कैबिनेट मंत्रालय में वित्त मंत्री बनाया। मनमोहन सिंह ने भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कई देशों के दौरे किए, जबकि देश अभी भी एक खराब आर्थिक दौर से गुजर रहा था। सत्ता में आते ही उन्होंने “लायसेंस राज” लागू किया, जो सरकार को किसी भी व्यापार में बदलाव करने की अनुमति देता था। विभिन्न निजी संस्थाओं को इस योजना से लाभ हुआ, जिनकी स्वतंत्रता से देश को आर्थिक लाभ हुआ। मनमोहन सिंह 1998 में राज्यसभा के सदस्य चुने गए और 1998 से 2004 तक विपक्ष के नेता रहे।
मनमोहन सिंह जी का राजनितिक करियर
2004 के आम चुनाव में यूपीपी सरकार की जीत के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने मनमोहन सिंह को भारत का अगला प्रधानमंत्री घोषित किया। मनमोहन सिंह जी को उस समय बहुत कम लोग जानते थे क्योंकि वे लोकसभा के सदस्य भी नहीं थे। वे राजनीतियों में स्पष्ट छवि रखते थे और कभी धोखा नहीं देते थे, इसलिए हर भारतीय ने उन्हें अपनाया। 22 मई 2004 को मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री पद संभाला।
महान अर्थशास्त्री होने के कारण, उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था पर अपना पूरा ध्यान रखा और मंत्रालय का काम अपनी मर्जी से किया। उन्होंने अपने वित्त मंत्री पी चिदंबरम के साथ मिलकर देश की अर्थव्यवस्था को सुधार दिया। 2007 में भारत की हाईएस्ट ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) की ग्रोथ 9% तक बढ़ी, जिससे वह दुनिया में दूसरे नंबर का अर्थवयवस्था ग्रोथ वाला देश बन गया। प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन जी ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना की शुरुआत की, जो ग्रामीण लोगों के कल्याण के लिए थी। इस योजना के लिए मनमोहन सिंह ने विदेशों में बहुत प्रशंसा प्राप्त की।
मनमोहन जी की पहली सरकार में देश की शिक्षा व्यवस्था बहुत खराब थी। मनमोहन ने शिक्षण क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए बहुत कुछ किया। इस दौरान शिक्षा क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण बदलाव हुए। UPA सरकार ने भी गाँवों और छोटी जाति, जनजाति में उच्च शिक्षा के लिए अभियान चलाया। उस समय कुछ पार्टियां आरक्षण के खिलाफ थीं क्योंकि वे चाहते थे कि मेरिट में आने वाले सभी बच्चों को उनकी योग्यता के अनुसार न्याय मिले। मनमोहन ने भी उनकी इस बात पर कुछ नहीं किया।
मनमोहन सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कानून बनाए। 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के बाद मनमोहन सिंह ने नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) की स्थापना की, जिसका उद्देश्य आंतकवाद पर निगरानी रखना था। 2009 में इ गवर्नस सुविधा दी गई, जिससे देश की सुरक्षा बढ़ी, और मल्टीपरपस आइडेंटिटी कार्ड बनाए गए, जिससे लोगों को सुविधा मिली। अपने शासनकाल में मनमोहन सिंह जी ने पड़ोसी देशों से संबंधों में सुधार करके देश को बहुत लाभ हुआ। इन सब बातों ने 15 वें लोकसभा चुनाव में यूपीपी सरकार की फिर से जीत का कारण बनाया, जिसके बाद मनमोहन सिंह फिर से प्रधानमंत्री बन गए। जवाहरलाल नेहरु की दोबारा चुनाव जीतने वाले पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे।
मनमोहन सिंह जी के अवार्ड
- कैंब्रिज के जॉन कॉलेज में 1982 में मनमोहन सिंह जो को सम्मानित किया।
- 1987 में भारत सरकार ने उन्हें देश का चौथा सर्वोच्च सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया।
- 1994 में, उन्हें लन्दन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स ने प्रतिष्ठित अध्येता का पुरस्कार दिया।
- 2002 में, भारतीय संसदीय ग्रुप ने उन्हें संसदीय पुरस्कार दिया।
- 2010 में, एक फाउंडेशन ने उन्हें वर्ल्ड स्टेटमैन अवार्ड से सम्मानित किया।
मृदुभाषी मनमोहन सिंह ने कभी भी राजनीती या सत्ता की आड़ में किसी को बुरा नहीं कहा। उनके शांत स्वभाव के कारण लोग उनका बहुत मजाक उड़ाते थे। उन्हें सोनिया गांधी की कठपुतली कहते थे, क्योंकि लोगों को लगता था कि वे बुद्धिमानी से काम नहीं करते थे और सिर्फ उनके निर्देशों पर चलते थे। लेकिन मनमोहन पूरी तरह से ईमानदारी से अपना काम करते रहे, कभी इन सब बातों पर ध्यान नहीं दिया। यही कारण है कि लोग आज भी उन्हें सम्मान से देखते हैं। साथ ही, मनमोहन जी ने अर्थशास्त्र पर अपने अनुभव के अनुसार कई पुस्तकें लिखी हैं। मनमोहन जी को अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की शुभकामना
FAQ
Question: मनमोहन सिंह को किस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है?
Ans : 1987 में मनमोहन सिंह को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
प्रश्न: मनमोहन सिंह किस राजनीतिक दल का नेता है?
Ans : कांग्रेस पार्टी का नेता मनमोहन सिंह है।
प्रश्न: मनमोहन सिंह की स्थापना कब हुई?
ans : 26 सितंबर 1932 को मनमोहन सिंह का जन्म हुआ था।
Q: मनमोहन सिंह का करियर कब शुरू हुआ?
Ans : 1991 में मनमोहन सिंह ने अपने करियर की शुरुआत की।
Question: आम चुनाव में मनमोहन सिंह की जीत कब हुई?
Ans: 2004 में आम चुनाव जीता